Tuesday 12 May 2015

माँ का आँचल


पाँचों में है झगड़ा
आँचल की छाँव का है लफड़ा
माँ तेरी साड़ी कितनी प्यारी
नर्म मुलायम सतरंगी धारी
दीदी तुम दोनों गोद से उतरो
मैं हूँ सबसे छोटा
अब छुपने की मेरी बारी
माँ तेरी साड़ी में रोटी की महक समाई है
माँ का आँचल तार – तार है
उसे अपने सब बच्चों से प्यार है
फटे हुए आँचल में वो
सबको समेट लेती है
आँचल की ठंडक सबको घेर लेती है

माँ के आंचल में दुनिया समाई है |

मातृ दिवस की शुभकामना ...

2 comments:

  1. मां का आंचल, सबसे प्‍यारा अहसास।

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    1. मेरी ब्लाग पढने और सराहने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया आपका

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