-1-
मेरे दस्तावेज़ों में
तू अब भी ज़िंदा है
मैंने अपना
अतीत और वर्त्तमान
सब तेरे नाम की
वसीयत में जो लिखा है
~~~~~
-2-
इतनी रफ़्तार से
तुम आशियाने मत बदलो
दरवाज़े पे
बस इतना लिख देना
की तुमने अपने आप को
तब्दील कर लिया है
~~~~~
-3-
चलो आज झगड़ा
हमेशा के लिए
ख़त्म करते हैं
बहुत सारी शिकायतें
तुम रख लो
नाकाम मोहब्बत का इल्ज़ाम
मैं रख लेती हु
~~~~~
-4-
तुम आओ तो सही
मेरी कब्र पर एक बार
दोनों शब्दों के अर्थ
तलाशने नहीं पड़ेंगे
एक खामोशी, दूसरा इंतज़ार ...
बहुत सुंदर
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया आपका आदरणीय
Deleteवाह ..... हर क्षणिका गज़ब .... और अंतिम तो बीएस वाह वाह .
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया आपका आदरणीया ।
Deleteतहेदिल से शुक्रिया आपका आदरणीय सर मेरी रचना को चर्चा अंक में स्थान देने पर ।
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर सृजन।
ReplyDeleteसादर
बहुत बहुत शुक्रिया आपका आदरणीया,
Deleteमेरे दस्तावेज़ों में
ReplyDeleteतू अब भी ज़िंदा है
बहुत ही लाजवाब सृजन
बहुत बहुत सुन्दर सराहनीय । हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया आपका आदरणीय,
Deleteबहुत त्रसुंदर कोमल कविताएं...
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया आपका आदरणीया,
Deleteवाह बहुत sunder !!हर क्षणिका लाजवाब!!शुभकामनायें
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया आपका आदरणीया ।
Deleteलाजवाब और हृदयस्पर्शी क्षणिकाएं ।
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया आपका आदरणीया ।
Deleteसुंदर क्षणिकाओं ने मन मोह लिया,बहुत श्भ्कामनाएँ।
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया आपका आदरणीया ।
Deleteआपकी सभी क्षणिकाएं प्रभावशाली हैं मधूलिका जी। तीसरी वाली क्षणिका ने मुझे एक बहुत पुराना शेर याद दिला दिया:
ReplyDeleteक्या सवाल तेरा है, क्या सवाल मेरा
बस इसी अंधेरे ने रोशनी को घेरा
मक़तब-ए-मुहब्बत में चल के मान लेते हैं
कुछ क़ुसूर मेरा है, कुछ क़ुसूर तेरा
बहुत बहुत शुक्रिया आपका आदरणीय,।
Deleteनए अंदाज़ में बुने है चारों यादों के लम्हे ...
ReplyDeleteबहुत प्रभावशाली ...
तहेदिल से शुक्रिया आपका आदरणीय सर ।
Deleteउम्मीद करते हैं आप अच्छे होंगे
ReplyDeleteहमारी नयी पोर्टल Pub Dials में आपका स्वागत हैं
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बहुत बहुत शुक्रिया आपका आदरणीय ।
Deleteबहुत उम्दा
ReplyDeleteतहेदिल से शुक्रिया आपका आदरणीया ।
Deleteबहुत सुंदर अभिव्यक्ति, मधुलिका दी।
ReplyDeleteतहेदिल से शुक्रिया आपका आदरणीया
Deleteहृदयस्पर्शी क्षणिकाएं मधुलिका जी👌
ReplyDeleteतहेदिल से शुक्रिया संजयजी
Deleteतहेदिल से शुक्रिया संजय जी
ReplyDeleteआदरणीय सर बहुत बहुत आभार आपका
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