आँचल की छाँव का है लफड़ा
माँ तेरी साड़ी कितनी प्यारी
नर्म मुलायम सतरंगी धारी
दीदी तुम दोनों गोद से उतरो
मैं हूँ सबसे छोटा
अब छुपने की मेरी बारी
माँ तेरी साड़ी में रोटी की महक समाई है
माँ का आँचल तार – तार है
उसे अपने सब बच्चों से प्यार है
फटे हुए आँचल में वो
सबको समेट लेती है
आँचल की ठंडक सबको घेर लेती है
माँ के आंचल में दुनिया समाई है |
मातृ दिवस की शुभकामना ...
मां का आंचल, सबसे प्यारा अहसास।
ReplyDeleteमेरी ब्लाग पढने और सराहने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया आपका
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