पर मेरे दिल पर दस्तक हो ही गई मेरे हमदम
आते हुए कदमों में एक जोश था
लौटता हुआ हर कदम ख़ामोश था
वो शिकायतों की गिरह ख़ोल तो देता
जो तूने अपने मन में बांधी थी
दो लफ़जों में बोल तो देता
नासूर जो तूने बिना वजह पाले
उसकी दवा मुझसे पूछ तो लेता, ओ मतवाले
चाँद को गवाह बना कर किए थे जो वादे
क्यों भोर होने तक कमज़ोर पड़ गए तेरे इरादे
तेरी नज़रों का वो धोख़ा था
वो धुँध में जो साया था
वो मेरा वजूद था
वर्षों से मुझमें समाया था
वो मेरा आत्मसम्मान था
जो तुझ से टकराया था
तुम बात सबूतों की मत करो
कभी अपने गिरहेवांह में भी झाँका करो
वाह ! बहुत ही खूबसूरत रचना। अति सुन्दर रचना।
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया आपका ।
Deleteवाह ! बहुत ही खूबसूरत रचना। अति सुन्दर रचना।
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया आपका
DeleteVery nice
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया आपका
Deleteडायनामिक सुन्दर रचना
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया आपका ।
Deleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (05-12-2015) को "आईने बुरे लगते हैं" (चर्चा अंक- 2181) पर भी होगी।
ReplyDelete--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
मेरी रचना को चर्चा अंक में स्थान देने का तहे दिल से शुक्रिया ।
Deleteबहुत सुंदर रचना मधूलिका जी
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया आप का मालती जी ।
Deleteबहुत सुंदर रचना मधूलिका जी
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया आप का मालती जी ।
Deleteसुंदर और भावपूर्ण
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया आपका ।
Deleteबहुत ही खूबसूरत और भाव विभोर कर देने वाली पंक्तियाँ लिखी है आपने.
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है.
http://iwillrocknow.blogspot.in/
बहुत बहुत शुक्रिया आपका ।
Deletewah sundar ..
ReplyDeleteबहुत बहुत शुक्रिया आपका ।
Deleteबहुत सुन्दर रचना
ReplyDeleteबहुत धन्यवाद आपका
Deleteबहुत बहुत शुक्रिया आपका
ReplyDeleteगज़ब का चित्रण है भावों का……………
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
Deleteबहुत बहुत शुक्रिया आपका संजय जी.
Delete