मेरी स्याही के रंग
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Friday, 21 July 2017
ज़िन्दगी धूप की तरह ढलती
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वह छत के कोने में धूप का टुकड़ा बहुत देर ठहरता है उसे पता है अब मुझे काफी देर यहीं वक़्त गुज़ारना है क्योंकि वह शाम की ...
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