बचपन के रास्तों के पेड़
वक्त के साथ साथ
वो भी उम्रदराज़ हो गए हैं ।
अब जब भी मैं गुज़रती हूँ
उन रास्तों से
धुंधली यादों के साथ..
गुज़रा वक्त अब भी
सलाख़ों में क़ैद है कहीं ।
पुरानी बातों के
ज़िरह के दस्तावेज़ों को
मैं नहीं खोलती ।
किन तारीख़ों को क्या सज़ा
मुक़र्रर हुई..
मैं कब सब से
आखिरी बार मिली..
इन सब हिसाबों के
काग़ज़ात की फ़ाइल को
बांधने वाली डोरी अब
गल चुकी है ।
अब उस फ़ाइल को खोलने
का रिस्क नहीं लेती
उड़ते काग़ज़ों को दोबारा
समेटने में बहुत हिम्मत चाहिए ।
और उन नीम पीपल सागोन की
गवाही अब भी बदली नहीं है ।
उन सब तारीख़ों को उनने
अपने वलय में समेट रखा है ।
कहते हैं पेड़ के वलय से
पेड़ की उम्र का पता जो चलता है ।
बहुत शौक़ था तुम्हें
मुझसे वकालत करने का
अब तुम अपने जिरह के
काग़ज़ात समेट लो
कुछ ना बोलो
दरख़्तों से कहो वक्त को
उम्र कैद में रहने दो
और इस सज़ा को
मुक़र्रर बरकरार रहने दो ।
वाह! लाजवाब रचना👌👌
ReplyDeleteतहेदिल से शुक्रिया आपका आदरणीया
Deleteउम्रदराज़ होती स्मृतियाँ..बेहतरीन अभिव्यक्ति।
ReplyDeleteसादर।
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जी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना शुक्रवार १६ जून २०२३ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
सादर
धन्यवाद।
तहेदिल से शुक्रिया आपका आदरणीया मेरी रचना को पाँच लिंकों का आनंद में स्थान देने पर
Deleteसच कहा आपने इस सृष्टि में जो भी है, वह सभी कुछ उम्रदराज तो होता ही है।
ReplyDeleteआदरणीया तहेदिल से शुक्रिया आपका ।
Deleteअप्रतिम रचना
ReplyDeleteआदरणीया तहेदिल से शुक्रिया आपका ।
Deleteक्या बात है प्रिय मधूलिका जी!! बचपन के पेड़ के साए से गुजरना हरेक के नसीब में नहीं होता।पुराना खोलो तो बहुत दर्द कसकते हैं पुराने पेड की छाया बहुत सुकून देती है।अपनी तरह की बहुत ही मार्मिक अभिव्यक्ति के लिए बधाई और शुभकामनाएं आपको।बहुत अच्छा लगा पढकर 🙏♥️
ReplyDeleteप्रिय रेणु मेरी ब्लाग पर आने का बहुत बहुत आभार,स्नेह और शुभकामनाएँ ।
Deleteऔर उन नीम पीपल सागोन की
ReplyDeleteगवाही अब भी बदली नहीं है ।
उन सब तारीख़ों को उनने
अपने वलय में समेट रखा है ।
कहते हैं पेड़ के वलय से
पेड़ की उम्र का पता जो चलता है ।
बचपन के वे पेड़ भी उम्रदराज हो गये
वाह!!!
कमाल का सृजन
गहन चिंतनपरक ।
खूबसूरत अभिव्यक्ति
ReplyDeleteतहेदिल से शुक्रिया आपका आदरणीय
Deleteबहुत सुन्दर कविता. नमस्ते
ReplyDeleteतहेदिल से शुक्रिया आपका आदरणीय
Deleteबहुत सुंदर प्रस्तुति आपको हृदय तल से शुभकामनाएं
ReplyDeleteतहेदिल से शुक्रिया आपका आदरणीय
Deleteतहेदिल से शुक्रिया आपका आदरणीय
ReplyDeleteमधुर स्मृतियों का सुंदर अफ़साना।
ReplyDeleteबहुत बहुत आभार आपका आदरणीय
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